0 समुदायिक पुलिस के तहत नवाचार करने के लिए जिले में प्रसिद्ध है टी आई अनिल शर्मा।
0 अभियान संबल के तहत बुजुर्ग दंपत्ति को मिला रोजगार।
ताहिर खान
कवर्धा- पुलिस का नाम आते हैं लोगों के दिल दिमाग में एक अलग ही छवि बन जाती है। थाने का नाम से लोगों के रूह कांप जाती है। वर्दी का खौफ कुछ पुलिस वालों ने इस कदर पैदा कर दिया है कि आम लोग पुलिस पर जल्दी विश्वास नहीं करते, लेकिन वही एक ऐसा भी पुलिस अधिकारी है जिनकी एक आवाज में हजारों लोग उनके पीछे चल पड़ते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं वर्तमान में पदस्थ सहसपुर लोहारा के टीआई अनिल शर्मा की जो लॉकडाउन के समय भी पंडरिया में समुदायिक पुलिसिंग के तहत शानदार काम किए, जिसके चलते उन्हें आज भी पंडरिया के लोग शिद्दत से याद करते हैं। लॉकडाउन में जहां पुलिस की छवि बिगड़ रही थी वहां पंडरिया में पुलिस को लोग अपना सहयोगी और दोस्त समझकर एक दूसरे से कदमताल कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर अब सहसपुर लोहारा में भी पुलिस की छवि को काफी हद तक दोस्ताना करने की कवायद में जुटे टी आई अनिल शर्मा ने एक बार फिर समाज के बीच समुदायिक पुलिसिंग का शानदार नमूना पेश कर रहे हैं। असहाय बुजुर्ग दंपत्ति मेहताब खान,उम्र 70 व पत्नि गाजिया बेगम ,65 वर्ष जिनका कोई परिवार नहीं है, और फुटपाथ पर ही गुजर बसर करते हैं या यूं कहें कि जमीन उनका बिछौना और आसमान उनके लिए छत है। बुजुर्ग दंपत्ति वृद्धा पेंशन के सहारे अपनी जिंदगी जैसे तैसे जी रहे थे, लेकिन दूसरों के सामने हाथ इस कारण नहीं फैला पाते कि उनका जमीर गवारा नहीं करता था। इसी बात की भनक टी आई अनिल शर्मा को लगी अंदर ही अंदर बेचैन हो उठे कि किस प्रकार से उनकी सहायता किया जाए, अंततः समुदायिक पुलिस शानदार नजारा पेश करते हुए उन्होंने एक रास्ता निकालते हुए बुजुर्ग दंपत्ति को वजन मापने मशीन दिया। पुलिस स्टाफ के अलावा आने जाने वाले लोग 05 रुपये देकर अपने शरीर का वजन वेट मशीन में माप रहे हैं। बुजुर्ग दंपत्ति ने दुआ देते हुए कहा कि पुलिस लोहारा पुलिस हमारे लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं है। सारी दुनिया से ठुकराए हुए इस उम्र में लोहारा पुलिस में हमें थामा और सहारा दिया है, उनके लिए किसी सपने का सच होने जैसा लग रहा है।
वजन मापते हुए पुलिस जवान