0 धरमपुरा में प्रशासनिक अमले के द्वारा सतनाम सामाजिक भवन तोड़ने के बाद उग्र हुए ग्रामीण।
ताहिर खान
कवर्धा- पुलिस प्रशासन और समाज विशेष के बीच धरमपुरा में सतनाम सामाजिक भवन तोड़े जाने के विरोध में आमने-सामने की स्थिति निर्मित हो गई थी, भवन तोड़े जाने के दौरान ग्रामीणों एवं पुलिस के बीच हाथापाई और पथराव भी हुए जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, जिसके बाद कुछ लोग को मामूली चोट भी आई है। कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। ज्ञात हो कि पिछले 10 साल पूर्व तत्कालीन सरपंच के द्वारा सतनाम भवन बनाने के लिए जैतखंभ के बाजू में सरकारी जमीन सामाजिक भवन बनाने दिया गया था तभी से यह विवाद शुरू हुआ था, हालांकि दो अन्य समाजों का भी सरकारी जमीन में कब्ज़ा माना जा रहा है। बढ़ते हुए विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल भी इस मामले में पूर्व में हस्तक्षेप करते हुए नहीं टूटने का आश्वासन भी दिए थे, साथ ही मंत्री व स्थानीय विधायक मोहम्मद अकबर को इस विषय से अवगत कराया गया था, लेकिन वर्तमान सरपंच ने प्रस्ताव पास कर सरकारी जमीन में बने समुदायिक भवन को तोड़ने का प्रस्ताव पास करते हुए प्रशासन को एक आवेदन दिया था, जिसके आधार पर शुक्रवार को प्रशासनिक अमला दल बल के साथ धरमपुरा गॉव पहुंचे जहां पर सरकारी जमीन पर बन रहे सामाजिक भवन को तोड़ा गया,
जिसके पास माहौल बेहद असामान्य हो गई, पथराव और तनावपूर्ण माहौल के बीच पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया इसी मामले की आग की तपिश अब जिला मुख्यालय में भी देखने को मिला अध्यक्ष रामप्रसाद मिरी के नेतृत्व में मिनीमाता चौक में नेशनल हाईवे को दोपहर 2:30 जाम कर दिया गया और गिरफ्तार किए गए लोगों को छोड़ने एवं भवन बनाने करने की मांग करने लग गए, लगभग रात्रि 8:00 बजे के करीब तमाम प्रशासनिक प्रयासों के बाद समाज के लोग आंदोलन को स्थगित करने पर सहमति हुई और नेशनल हाईवे जो पिछले 7 घंटों से जाम था उसे खोला गया। बहरहाल सामाजिक और पुलिस प्रशासन के बीच तनाव को काफी हद तक कम होते दिख रहा है।